Oct 30, 2008

"राज"नीति ने किया "राहुलराज" का एनकाउंटर

बाटला हाउस एनकाउंटर में शहीद हुए जाबाज़ पुलिस इंसपेक्टर मोहन चंद शर्मा के शहादत पर सियासी उबाल अभी पुरी तरह थमा भी नही था, की मुंबई पुलिस की करतूत से एक नौजबान की मौत ने देश की सियासत को गरमा दिया है । मुंबई पुलिस ने जिस मर्दानगी से राहुल राज को ढेर किया और उसके बाद राजनितिक बयानबाजी का जो सिलसिला शुरू हुआ उसकी तपिस सुदूर पश्चिम राज्य महाराष्ट्र से बाहर निकल कर पूर्वी राज्य बिहार तक महसूस हो रही है । गौरतलब है की राहुल राज बिहार के पटना का रहने वाला था और मौत से २ दिन पहले ही नौकरी की तलाश में माया नगरी मुंबई पंहुचा था लेकिन राहुल राज औरो की तरह किस्मत का उतना धनि नही था , येही वजह थी की लाखो करोडो लोगो को रोजगार देने वाला मायानगरी में उसे नौकरी तो नही मिली । हा नौकरी की बजाय मुबंई पुलिस की गोली जरूर मिली । मुंबई पुलिस ने बस हिजैक करने की कोशिश के तहत एक नही दो नही बल्कि १३ गोली मारी । जाहिर है इतनी गोली खाने के बाद इन्सान तो इन्सान भगवान भी नही बचते। ऐसे में राहुल राज कैसे बच सकता था । लेकिन अपने पुलिस की इस करतूत पर शर्मसार होने की बजाय महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पाटिल ने वो बयान जारी कर दिया जिससे देश की एकता आचानक डगमगाने लगी । आर आर पाटिल ने कहा की कानून को अपने हाथ में लेने वाले को गोली का जबाब गोली से दिया जाएगा और मुंबई पुलिस ने जो कुछ किया बिल्कुल ठीक है । फिर क्या था ऐसे में बिहार के नेता भी कहा पीछे रहेने वाले । बिहार के मुख्मंत्री नीतिश कुमार ने कहा की मुर्गी पर तोप चलाया गया । इन सब के बीच न तो आर आर पाटिल और न ही बिहार के दुसरे नेताओ को इस बात का आभास हुआ की वो संबैधानिक पोस्ट पर बैठे ऐसे लोग है जो किसी राज्य ,धर्म ,जाती के पर्तिनिधि नही है । और उनके इस बयानबाजी से देश की संवैधानिक पोस्ट को नुकसान भी हो रहा है। अब सवाल ये उठता ही की क्या देश नफरत की गाड़ी से चलेगी जिसमे इंधन "राज"नेता जैसे लोग डालेंगे । भला ये कोई पूछे महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पाटिल से की आप जिस कानून ब्यबस्था को लेकर गोली का जबाब गोली से देने की बात कर रहे थे वो किसी खास बर्ग के लिए है या फिर सभी के लिए ।अगर सभी के लिए है तो फिर पाटिल साहब आप और आपकी निकम्मी पुलिस पिछले ९ महीने से कौन से धर्म का पालन कर रही है? क्या उन गुंडा तत्बो के खिलाफ भी वोही कारबाई नही होनी चाहिए थी जो आपने कानून की हवाला देकर राहुल राज के साथ किया ? राज ठाकरे के गुंडों के साथ भी ऐसा ही सलूक नही होना चाहिए था ? पाटिल साहब आप ये क्यों भूल जाते है की आप महाराष्ट्र के गृहमंत्री के साथ साथ उस विरासत के बाहक भी है जिसका नेतृत्व कभी गोपाल कृष्ण गोखले और बाल गंगा धर तिलक जैसे राष्ट्रवादियों ने किया था । इतना ही नही भारत की आज़ादी के लिए चले आन्दोलन में महाराष्ट्र राष्ट्रबादी आन्दोलन की केन्द्र हुआ करता था । यानि जिस राज्य ने देश में एकता की नींब राखी आज उसी राज्य में कुछ गुंडे किस्म के लोग उसी एकता को खंडित कर रहे है और आप तमाशबीन बने बैठे है । क्या आपको आपने इतिहास से कुछ सिखने की जरुरत नही है ?बालासाहब ठाकरे जो अपने को तथाकथित मराठी मानुस की नायक और शिवा जी महाराज की अवतार समझते है उन्हें शायद नही मालूम की वीर शिवा जी ने मुग़ल साम्राज्य की नींब हिला दी थी लेकिन बालासाहब ठाकरे और उनके ही पदचिन्हों पर चलने की दंभ भरने वाले राज ठाकरे ऐसे सियासी सुरमा है जो आपने राज्य के बाहर की सरहद को अपने आखो से देखा भी नही है । लेकिन is ही राजनीती कहते है जिसमे लोकतंत्र की मखौल उराया जाता है और सियासी सुरमा नफरत की आग को जालाने में लगे रहते है .येही वजह ही की महाराष्ट्र के चंद नेताओ की वजह से देश शर्मसार हो रहा है। जी हा दुर्भाग्य से देश के गृहमंत्री शिवराज पाटिल भी महाराष्ट्र से ही है जो दिल्ली में १३ सितम्बर को हुए सीरियल बम धमाके के बाद इसलिए देर से लोगो की हाल चाल लेने पहुचे क्युकी वहा जाने से पहले पाटिल साहब शूट बदलने की कबायद में जुटे थे । यानि पाटिल २ धंटे में चार बार रंग बिरंगी शूट बदलते रहे । ऐसे में देश की हालात को समझा जा सकता है। इस धटना के बाद जब मिडिया के जरिये काफी हंगामा हुआ और इस्तीफे की मांग बढ़ी तो शिवराज पाटिल ने कहा की उन्हें तो सोनिया मैडम की आशिर्बाद हासिल है। अब सवाल ये उठता है की देश में जारी राजनीती के इस नुरा कुस्ती की खेल कही कांग्रेस के शाह पर तो नही हो रहा । क्यों कांग्रेस पार्टी जिसके लीडरशिप में केन्द्र सरकार है पुरी मसले पर चुप्पी सधे हुए है। क्या ये सब कुछ कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के लिए करबा रही है। आख़िर क्यों देश की सबसे पुराणी पार्टी और रस्त्रबदी आन्दोलन की अगुआ होने की दंभ भरने वाली पार्टी इससे निपटने की बजाये अपना हाथ झाड़ रही है।

1 comment:

Sarita Chaturvedi said...

KYA KIJIYEGA........AB YAHI NIYATI HAI